देश में कोरोना बीमारी के कारण पूरे देश में एजुकेशन सिस्टम हिल गया। पूरे देश में लॉक डाउन लगा देने के कारण बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ा। Look down खुल जाने के बाद भी कोराना महामारी की वजह से बच्चों को बीमारी होने के डर के कारण मां बाप स्कूल भेजने से डरते हैं। केंद्र सरकार ने शिक्षा के अंदर नई शिक्षा प्रणाली यानी कि New National Education Policy (NEP) चालू किया है। यह शिक्षा प्रणाली National Education Policy 2019 से बिल्कुल अलग है इसमें भूल से बदलाव किए गए हैं। शिक्षा प्रणाली के कारण बच्चों को राहत भी मिलेगी और एजुकेशन सिस्टम में सुधार भी होगा साथ ही साथ नई-नई तकनीकों से बच्चों को पढ़ाया जाएगा।
National Education Policy 2020 के अंदर बच्चों को पढ़ाई छूटने का डर भी नहीं रहेगा इसमें सरकार ने 2030 तक प्राइमरी स्कूलों से लेकर हाई सेकेंडरी स्कूल तक 100% और हाय एजुकेशन के अंदर 50% तक एडमिशन किए हैं। इस बार सरकार ने एजुकेशन खर्च को बढ़ा दिया है और जीडीपी का 6 परसेंट तक कर दिया है।
New education policy 2020 के अंदर बहुत से परिवर्तन वजह से बाहर भी कक्षा को खत्म करके 5+3+3+4 फॉर्मेट अपनाया है। 10वीं और 12वीं की परीक्षा को आसान बना दिया है। बच्चों को अपनी मातृभाषा में पढ़ने का मौका मिला है आदि बहुत से परिवर्तन सरकार द्वारा किया गया है।
National Education Policy (NEP) Kya Hai?
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्या है?
2020 में सरकार द्वारा एजुकेशन सिस्टम में कुछ बदलाव किया है सरकार द्वारा एक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति चलाई गई है जिसके अंदर बहुत से नए बदलाव हुए हैं
जिसमें बच्चों को अच्छी शिक्षा, पढ़ाने के पैटर्न, बोर्ड परीक्षा में बदलाव, कॉलेजों की फीस पर नियंत्रण, 10वीं और 12वीं सिस्टम को खत्म कर दिया गया, ऑनलाइन एजुकेशन पर जोर देना, क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई आदि चीजों में बदलाव किया गया है। शिक्षा के क्षेत्र को एक उच्च शिक्षा में बदला गया है। केंद्र सरकार ने न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 को 34 साल बाद बदला है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का नेतृत्व नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा।
5+3+3+4 फॉर्मेट क्या है?
New National Education Policy (NEP), 2020 के अंदर 5+3+3+4 फॉर्मेट सरकार द्वारा लागू किया गया है। इस फॉर्मेट में कुछ परिवर्तन किए गए हैं।
बच्चे को 5 साल जिसमें प्राइमरी स्कूल के 3 साल होंगे और साथ- साथ कक्षा 1 और कक्षा दो भी शामिल होगी।
इसके बाद स्टेज दो आएगा जिसके अंदर बच्चों को तीसरी कक्षा से पांचवी कक्षा तक की पढ़ाई कराई जाएगी।
सरकार ने तीसरे पड़ाव पर 6th से 8 क्लास तक पढ़ाई करवाई जाएगी इसमें बच्चों को प्रोफेशनल स्किल की शिक्षा दी जाएगी साथ ही साथ इंटर्नशिप भी करवाई जाएगी।
चौथे स्टेज के अंदर 4 साल होंगे जिसमें बच्चों को अपने पसंदीदा सब्जेक्ट चुनने की अनुमति दी जाएगी इसके अंदर 9 से 12 वी क्लास के स्टूडेंट शामिल होंगे। इस स्टेज पर बच्चों को साइंस गणित फैशन डिजाइनिंग दो पढ़ने की आजादी दी जाएगी।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य
सरकार द्वारा new education policy 2020 को चलाने का मुख्य उद्देश्य देश में एजुकेशन सिस्टमको बदलना है तथा उच्च शिक्षा पॉलिसी को चालू करना है ताकि देश के विद्यार्थियों को एक नए लेवल की शिक्षा दी जा सके। देश में विद्यार्थियों को देश की भाषा में शिक्षा दी जा सके ताकि देश के किसी भी राज्य में जाकर व्यक्ति बात कर सके। सरकार द्वारा इस पॉलिसी का उद्देश्य भारत में विदेशी यूनिवर्सिटी के कैंपस को लाना है ताकि विदेशी शिक्षा भारत में ही दी जा सके।
New National Education Policy (NEP) 2020 के लाभ –
सरकार द्वारा National Education Policy (NEP) के लाने पर विद्यार्थियों को बहुत से लाभ होंगे। चलिए जानते हैं क्या क्या लाभ है
- दसवीं और 12वीं बोर्ड को खत्म कर दिया गया है।
- 5+3+3+4 का न्यू पैटर्न चालू किया गया है जिसमें कक्षाओं को चार भागों में बांट दिया गया है।
- ऑनलाइन एजुकेशन पर जोर दिया गया है ताकि बच्चों को तकनीकी तरीकों से पढ़ाया जा सके।
- स्कूल और कॉलेजों की फीस को नियंत्रण कर दिया गया है।
- चारों स्टेज पर एक स्पेशल सिलेबस को तैयार किया गया है जिसमें बच्चों की पढ़ाई को प्रैक्टिकल तौर पर भी कराई जाएगी।
- डिग्री में भी बदलाव किए गए हैं अब उसमें मल्टीपल एंट्री एग्जिट का ऑप्शन दिया गया है इसे बच्चे यदि इंजीनियरिंग को आधा छोड़ देते हैं तो भी उन्हें इंजीनियरिंग के लिए डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
- छठी क्लास से ही बच्चों को प्रोफेशनल स्किल दी जाएगी जिसके अंदर व्यवसाय नीतियों को शामिल किया गया है।
- बच्चों के लिए नेशनल फाउंडेशन भी तैयार किया गया है जिसके अंदर बच्चों को स्कूली शिक्षा उच्च शिक्षा डिजिटल शिक्षा कानूनी शिक्षा चिकित्सा शिक्षा तकनीकी शिक्षा कला शिक्षा संगीत शिक्षा खेल सामुदायिक सेवा जिससे सभी विषयों को शामिल किया गया है।
- बच्चों को मातृभाषा में एजुकेशन दिया जाएगा।
- विदेशी यूनिवर्सिटी के कैंपस को भारत में लाया जाएगा ताकि देश के विद्यार्थियों को दूसरे देश जाके पढ़ाई ना करने पड़े और बाहरी देश की सभी सुविधाओं को भारत में ही चलाया जाए।
- अलग-अलग भाषा चुनने का ऑप्शन दिया गया है जिसमें स्टूडेंट्स दूसरी भाषा भी सीख सकता है।
- बच्चों को कैटेगरी के अनुसार स्कॉलरशिप दी जाएगी।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 मे किये गये बदलाव
सरकार द्वारा National Education Policy में बहुत से बदलाव किए गए हैं जिसकी जानकारी हमने एक ही घर के नीचे बताया है चलिए जानते हैं
स्कूलों में 10 + 2 खत्म और 5+3+3+4 का न्यू पैटर्न
देश में पहले स्कूल के अंदर शिक्षा पहली कक्षा से शुरू होती थी और दसवीं कक्षा तक सामान्य पढ़ाई करवाई जाती थी उसके बाद में बच्चों को 11वीं कक्षा और बारहवीं कक्षा में विषय चुनने का मौका मिलता था। परंतु सरकार ने एक नया पैटर्न चालू कर दिया है जो 5+3+3+4 है।
पहले की एजुकेशन सिस्टम में 2 stage होते थे जिसमें पहली कक्षा से दसवीं कक्षा और 11वीं कक्षा से 12वीं कक्षा शामिल थे परंतु सरकार ने कुछ बदलाव करके इसमें प्राइमरी कक्षा के 3 साल उसके साथ पहली कक्षा दूसरी कक्षा को शामिल करके पहला स्टेज बनाया है। दूसरे स्टेज में तीसरी कक्षा से पांचवी कक्षा तीसरे स्टेज में छठी कक्षा से आठवीं कक्षा और चौथी स्टेज में नवी कक्षा से 12वीं कक्षा शामिल है।
छठी कक्षा में रोजगार शिक्षा
सरकार द्वारा छठी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए एक न्यू प्रोफेशनल तरीका अपनाया गया है जिसके अंदर बच्चों को रोजगार शिक्षा दी जाएगी। छठी कक्षा के अंदर ही बच्चों को इंटर्नशिप करवाई जाएगी जो व्यवसाय और कौशल विकास से संबंधित होगी। शिक्षा के अंदर बच्चों को नीति का ज्ञान दिया जाएगा और नौकरियों के लिए तैयार कराया जाएगा।
बोर्ड परीक्षा को आसान बनाना
सरकार द्वारा New National Education Policy (NEP) 2020 के अंदर बोर्ड परीक्षा में भी बदलाव किया गया है अब सरकार ने बोर्ड परीक्षा के महत्व को कम कर दिया है। सरकार ने बोर्ड परीक्षा में ट्रेनिंग का प्रावधान चालू किया है जहां पर बच्चों को अब रटने की जरूरत नहीं होगी।
बच्चों को पहले बोर्ड परीक्षा के लिए ज्यादा अंक लाने की केडर के कारण कोचिंग पर निर्भर रहना पड़ता था लेकिन अब सरकार ने इस डर से बच्चों को मुक्त कर दिया है।
अब सरकार ने शिक्षा नीति में बोर्ड परीक्षा के अंदर प्रैक्टिकल मॉडल तैयार करें हैं जिसमें वार्षिक सेमेस्टर और मॉडलर और बोर्ड परीक्षा शामिल है।
मातृभाषा में पढ़ाई
New education policy 2020 के अंदर बच्चों को पांचवी कक्षा तक राज्य की मातृभाषा के अंदर की पढ़ाई करवाई जाएगी। जैसा कि देश की मातृभाषा हिंदी है इसलिए खासतौर से बच्चों पर हिंदी भाषा को पड़ने पर जोर दिया जाएगा ताकि बच्चों को देश के किसी भी कोने में अन्य भाषा का यूज़ करने की जरूरत ना पड़े।
डिग्री के अंदर बदलाव
सरकार द्वारा कॉलेज के अंदर मल्टीपल एंट्री एग्जिट की व्यवस्था करी जाएगी। कहीं बाहर बच्चों द्वारा बीच में पढ़ाई छोड़ने पर उन्हें किसी तरह का सर्टिफिकेट है नहीं मिलता था परंतु सरकार ने इसमें बदलाव कर दिया है
जब स्टूडेंट इंजीनियरिंग के 4 साल पूरे पड़ता है तभी डिग्री दी जाती थी लेकिन इस बार यदि स्टूडेंट ने 1 साल इंजीनियरिंग करी है तो उसे सर्टिफिकेट दिया जाएगा 2 साल बाद में डिप्लोमा दिया जाएगा और 3 साल और 4 साल के बाद में डिग्री दे दी जाएगी।
किसी कारणवश स्टूडेंट अपनी इंजीनियरिंग बीच में छोड़ देता है तो उसके पास में इंजीनियरिंग करने का एक प्रमाण पत्र होगा। यही इसलिए कराया गया है क्योंकि बहुत से स्टूडेंट 2 साल के अंदर ही इंजीनियरिंग छोड़ देता है।
UGC, NCTE, और AICTE को खतम करना
सरकार ने UGC, NCTE, और AICTE को खत्म कर दिया है। इसकी जगह सरकार ने रेगुलेटरी बॉडी चालू किया है। कॉलेजों को ग्रेडेड ऑटोनॉमी दे दिया है और 15 साल के बाद में विश्वविद्यालय की संबंधित आ की प्रक्रिया को खत्म कर दीया जाएगा।
National research Foundation की तैयारियां
सरकार द्वारा new education policy 2020 के अंदर national research Foundation की सुविधा दी की है इसके अंदर वैज्ञानिक और सामाजिक अनुसंधान को जोड़ा है। सरकार ने 2030 तक हर जिले के आसपास में High education centre खोलने की घोषणा की है। इसके अंदर तकनीकी तरीकों का इस्तेमाल किया जाएगा और बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी जाएगी। इसके अंदर बच्चों के लिए भाषा कंटेंट तैयार करना वर्चुअल लैब स्कूले डिजिटल लाइब्रेरी जैसी बहुत सी सुविधाएं शामिल होगी।
बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ कृषि शिक्षा कानूनी शिक्षा चिकित्सा शिक्षा तकनीकी शिक्षा और व्यवसायिक शिक्षा जैसी बहुत सी नई नई शिक्षाएं दी जाएगी।
इन शिक्षकों के अलावा बच्चों को कला शिल्प खेल योग संगीत सामुदायिक सेवा जैसे विषयों पर पढ़ाया जाएगा।
Online education
सरकार ने एजुकेशन सिस्टम में बदलाव किया है साथ साथ इसमें कुछ नई तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है। सरकार ने एजुकेशन को सुधारने के लिए टेक्नोलॉजी और ऑनलाइन एजुकेशन पर जोर दिया है जिसमें बच्चों को कंप्यूटर लैपटॉप फॉर्म से पढ़ाया जाएगा और नए-नए तरीकों से पढ़ाया जाएगा ताकि बच्चों को रोचक ज्ञान मिल सके।
विदेशी यूनिवर्सिटी को भारत में कैंपस खोलने का प्रावधान
सरकार द्वारा new education policy 2020 के अंदर नई शिक्षा पॉलिसी में विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत के अंदर कैंपस खोलने की अनुमति दे दी है इसमें भारत की विद्यार्थियों को वर्ल्ड के बेस्ट इंस्टीट्यूट में ऐडमिशन लेने का मौका मिलेगा।
बच्चों को बाहर के देश कि शिक्षा को अब अपने देश में लेने का मौका मिलेगा पहले बच्चों को विदेशी शिक्षा के लिए बाहर जाना पड़ता था यानी कि दूसरे देश परंतु सरकार ने इसे भारत में खोलने की अनुमति दे दी है। साथ-साथ बच्चों को जो एसटी ओबीसी एसएससी के अंतर्गत आते हैं उन्हें स्कूल से की सुविधा भी दी है।
भाषा का चयन
सरकार ने शिक्षा पॉलिसी के अंदर भाषा के चयन को भी शामिल किया है। बच्चों को हाई शिक्षा के अंदर संस्कृत भाषा का विकल्प चुनने का मौका दिया जाएगा इसके साथ-साथ बच्चों को अन्य भाषा का ऑप्शन भी दिया जाएगा ताकि बच्चे अलग भाषा में भी पढ़ाई कर सकें। इन भाषाओं में फ्रेंच जर्मन पुर्तगाली रूसी थाई कोरिया आदिवासी शामिल की जाएगी।
सिलेबस में परिवर्तन
सरकार ने new education policy 2020 के अंदर सिलेबस में भी परिवर्तन किया है। सिलेबस को नई तकनीकों के साथ बनाया गया है। प्राइमरी शिक्षा वाले विद्यार्थियों के लिए एक अलग और विशेष पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। 3 से 6 साल तक के बच्चे को यह पाठ्यक्रम दिया जाएगा। तीसरे स्टेज और चौथे स्टेज के विद्यार्थियों का सिलेबस स्पेशल कर दिया गया है इसके अंदर प्रशिक्षण को शामिल किया गया है ताकि बच्चों को याद करने के लिए रटा नहीं मारना पड़े वह प्रैक्टिकल तौर पर समझ सकेगा।
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निष्कर्ष
देश की शिक्षा प्रणाली पहले से ही चली आ रही है परंतु ई शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन करने की आवश्यकता थी सरकार ने बदलते युग को देखते हुए शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन कर दिया है। सरकार द्वारा New National Education Policy (NEP) 2020 को चालू करके बच्चों को एक ऊंचे लेवल की शिक्षा देने का सही निर्णय लिया है।
बदलते युग के दौरान बच्चों को तकनीकी शिक्षा की आवश्यकता थी और साथ ही साथ बच्चों को व्यवसायिक जीवन के तौर-तरीकों को सीखने की आवश्यकता थी। Students आगे चलकर अपने भविष्य को खुद बना सके एक ऐसे education policy की जरूरत थी। हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दिए गए लेख में आपको सरकार द्वारा चलाई गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 कि सभी जरूरी जानकारी मिल गई है।